दुनिया के बड़े शहरों में अत्यधिक गर्म दिनों की संख्या में 26 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई
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आईआईईडी) के शोधकर्ताओं ने 1994 से अब तक 40 सबसे अधिक आबादी वाली राजधानियों सहित 43 प्रमुख शहरों के तापमान के आंकड़ों का किया अध्ययन
दुनिया के प्रमुख शहरों में तीन दशक पहले की तुलना में अब हर साल अधिक गर्म दिनों की संख्या औसतन 26 फीसदी अधिक देखने को मिल रही है। मंगलवार को प्रकाशित एक नए अध्ययन से यह जानकारी मिली।
ब्रिटेन स्थित ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट’ (आईआईईडी) के शोधकर्ताओं ने 1994 से अब तक 40 सबसे अधिक आबादी वाली राजधानियों सहित 43 प्रमुख शहरों के तापमान के आंकड़ों का अध्ययन किया।
उन्होंने पाया कि इन शहरों में 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान वाले दिनों (बहुत गर्म दिन) की संख्या 31 वर्ष की अवधि में 26 प्रतिशत बढ़ी है, जो 1994 और 2003 के बीच औसतन 1,062 दिन से बढ़कर 2015 और 2024 के बीच 1,335 हो गई।
दिल्ली, उन शहरों में से एक है जहां 2013 के बाद से जनसंख्या में कम से कम 50 फीसदी वृद्धि हुई है, और यह उन शहरों में से एक है जहां गर्मी से हालात और भी बदतर होते जा रहे हैं।
विश्लेषण में आगाह किया गया है कि दिल्ली जैसे शहरों में अनौपचारिक बस्तियों के निवासी खराब आवास और बुनियादी ढांचे के कारण लगातार उच्च तापमान के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील हैं।
अध्ययन से पता चलता है कि 2024 में चयनित शहरों में साल भर में सबसे अधिक 1,612 बहुत गर्म दिन दर्ज किए गए। यह 2019 की तुलना में 196 दिन ज़्यादा और 1994 की तुलना में 52 प्रतिशत ज़्यादा था।
अत्यधिक गर्मी के शीर्ष तीन वर्ष पिछले छह वर्षों में आए हैं, 2024 के बाद 2023 और 2019 का स्थान है।
एंटानानारिवो (मेडागास्कर), काहिरा (मिस्र), जोहानिसबर्ग (दक्षिण अफ्रीका), किंशासा (कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य), मनीला (फिलीपीन), रोम (इटली), तोक्यो (जापान), वाशिंगटन डीसी (अमेरिका) और याउंडे (कैमरून) में 2024 में बहुत गर्म दिनों की रिकॉर्ड संख्या दर्ज की गई।
ब्राज़ील, जो सीओपी30 मेजबानी करेगा, की राजधानी ब्रासीलिया में 1994 और 2003 के बीच केवल तीन दिन तापमान 35 डिग्री से ऊपर रहा, जबकि पिछले दशक में यह 40 दिन था। अपनी ठंडी जलवायु के लिए प्रसिद्ध साओ पाउलो में 2024 में 120 दिन तापमान 30 डिग्री से ऊपर रहा।
अध्ययन में पाया गया कि यूरोप में भी तापमान बढ़ रहा है।
रोम, इटली में 35 डिग्री से अधिक तापमान वाले दिनों की सालाना औसत संख्या 1994 और 2003 के बीच 11 थी जो बढ़कर पिछले दशक में 24 हो गई है।
मैड्रिड (स्पेन) में लोगों को पहले औसतन 25 ऐसे दिनों का सामना करना पड़ा था, लेकिन 2015 और 2024 के बीच ऐसे दिनों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है। बर्लिन (जर्मनी) में भी बहुत गर्म दिन दर्ज किए गए।
आईआईईडी की शोधकर्ता अन्ना वाल्नीकी ने कहा, “वैश्विक तापमान सरकारों की अपेक्षा से अधिक तेजी से बढ़ रहा है, और निश्चित रूप से उनकी प्रतिक्रिया से भी अधिक तेजी से।”
उन्होंने कहा, “अनुकूलन में असफल रहने से लाखों शहरी निवासियों को शहर के तापमान में बढ़ोतरी के कारण बढ़ती हुई असुविधाजनक और यहां तक कि खतरनाक परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा।”