पत्रकार अजीत अंजुम पर एफआईआर के विरोध में पटना में विरोध मार्च
पटना। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर रिपोर्टिंग करते समय पत्रकार अजीत अंजुम के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी के विरोध में एक मार्च निकाला गया। भाकपा (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने शुक्रवार को पटना में इस “नागरिक मार्च” का नेतृत्व किया।
भट्टाचार्य के साथ पार्टी के विधायक महबूब आलम और गोपाल रविदास तथा विधान परिषद सदस्य शशि यादव जैसे सहयोगी तथा कई सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के सदस्य भी शामिल हुए। मार्च में शामिल लोग बैनर लिए हुए थे जिन पर नारे लिखे थे, “बिहार को अपने नाम पर न तो कोई एसआईआर चाहिए और न ही कोई एफआईआर।”
अंजुम के यूट्यूब चैनल पर एसआईआर पर एक सीरीज चल रही है। उनके खिलाफ हाल ही में बेगूसराय जिले में एक बूथ स्तर के अधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उन पर “सांप्रदायिक तनाव फैलाने” का आरोप लगाया गया था।
वीरवार को बेगूसराय के तेघड़ा में निकाला था प्रतिरोध मार्च
गौरतलब है कि वीरवार को बेगूसराय जिले के तेघड़ा में भारतीय नौजवान संघ ने पत्रकार अजीत अंजुम पर हुए एफआईआर के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला। यह मार्च रामेश्वर भवन से शुरू होकर तेघड़ा मुख्य चौक पर समाप्त हुआ, जहां सभा का आयोजन किया गया।