विजय शंकर पांडेय का व्यंग्य- बिजली बिल हो या करंट, कंगना का ड्रामा ऑन है—पॉपकॉर्न तैयार रखिए! 

बिजली बिल हो या करंट, कंगना का ड्रामा ऑन है—पॉपकॉर्न तैयार रखिए!

विजय शंकर पांडेय

तो जनाब, हिमाचल की कूल कूल वादियों में कंगना रनौत का बिजली बिल ऐसा आया है कि बिजली तो छोड़िए, करंट भी शरमा गया है! एक लाख रुपये का बिल, वो भी उस घर का जहां कंगना रहती ही नहीं। अब इसे कहते हैं असली “इमरजेंसी”! फिल्म में तो इंदिरा गांधी बनकर देश संभाल लिया, लेकिन मनाली के घर का बिजली मीटर संभालना शायद स्क्रिप्ट से बाहर रह गया।

हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ने भी तुरंत सफाई दी कि मैडम, ये एक महीने का नहीं, दो महीने का बिल है, और वो भी बकाये के साथ। लेकिन कंगना का कहना है, “मैं तो वहां थी ही नहीं, फिर ये बिल कैसे?” सवाल जायज है, क्योंकि अगर घर खाली था तो क्या भूत-पिशाच डिस्को लाइट जलाकर पार्टियां कर रहे थे? अब थोड़ा गणित देखिए। कंगना के घर का कनेक्टेड लोड 94.82 किलोवाट है, जो सामान्य घरों से 1500% ज्यादा है। मतलब, अगर आम आदमी का घर एक साइकिल है, तो कंगना का घर पूरा ट्रांसफॉर्मर! 14,000 यूनिट बिजली खपत, यानी अगर आप इतनी बिजली से बल्ब जलाएं तो शायद चांद को भी कहना पड़े, “भाई, थोड़ा डिम कर लो!” और मजेदार बात ये कि सब्सिडी भी ले रही हैं मैडम। सरकार से 700 रुपये महीने की छूट, लेकिन बिल भरने में टाइम पर “टाइमिंग” नहीं।

बोर्ड का कहना है कि अक्टूबर से दिसंबर का बिल जनवरी में भरा, जनवरी-फरवरी का मार्च में। लगता है कंगना ने सोचा, “बिल तो वैसे ही लेट है, थोड़ा और फैशनेबली लेट हो जाए!” अब राजनीति में कदम रखने वाली कंगना ने इसे कांग्रेस सरकार पर हमला करने का मौका बना लिया। जनसभा में बोलीं, “ये भेड़ियों का झुंड है, मेरे खाली घर का बिल एक लाख कर दिया!” लेकिन बिजली बोर्ड ने पलटवार किया कि मैडम, आपका घर खाली हो सकता है, पर मीटर तो भरा हुआ है। और वो भी इतना कि हिमाचल की बर्फ पिघल जाए!

कंगना का गुस्सा समझ आता है, आखिर एक लाख का बिल देखकर कौन न भड़के? पर सवाल ये है कि जब घर में कोई नहीं रहता, तो इतनी बिजली किसने खर्च की? क्या मनाली के भालुओं ने वहां AC चला रखा था? वैसे, कंगना की बेबाकी तो हम सब जानते हैं। बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद पर बोल चुकीं, अब बिजली बिल पर सरकार को घेर रही हैं। लेकिन सोचने वाली बात ये है कि अगर सांसद बनने के बाद भी बिल का हिसाब नहीं संभल रहा, तो आम आदमी का क्या हाल होगा?

शायद कंगना को अपनी अगली फिल्म का नाम रखना चाहिए—”करंट वाली क्वीन”! इसमें ट्विस्ट ये होगा कि हीरोइन बिजली बिल से लड़ेगी, और विलेन होगा हिमाचल का बिजली बोर्ड। क्लाइमेक्स में शायद कंगना मीटर को ही उखाड़ फेंके और कहे, “अब करंट तुम्हें मारेगा!” तो दोस्तों, बिजली बिल हो या करंट, कंगना का ड्रामा ऑन है—पॉपकॉर्न तैयार रखिए!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *