भारत वैश्विक लाइफस्टाइल ब्रांड के लिए एक केंद्र के रूप में उभर रहा है। शीर्ष 50 वैश्विक ब्रांड में से 90 प्रतिशत यहां सक्रिय हैं और कई अन्य को यहां उतारने की तैयारी है। इसमें मजबूत ऑनलाइन बिक्री और तेजी से बढ़ते ‘ई-लाइफस्टाइल’ बाजार का योगदान है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई।
‘ई-स्टाइलिंग इंडिया: डिकोडिंग इंडियाज ऑनलाइन फैशन एंड लाइफस्टाइल शॉपिंग ट्रेंड्स’ नामक अध्ययन में कहा गया कि करीब 50 प्रतिशत वैश्विक ब्रांड का भारत में राजस्व तीन करोड़ डॉलर से अधिक है। भारत में पिछले वर्ष 60 से अधिक विविध लाइफस्टाइल ब्रांड पेश किए गए या पेश करने की योजना बनाई गई।
वैश्विक परामर्श फर्म बेन एंड कंपनी और लाइफस्टाइल ई-कॉमर्स मंच मिन्त्रा ने बुधवार को यह अध्ययन जारी किया। इसे बेन विश्लेषण, द्वितीयक शोध, बाजार प्रतिभागियों के साक्षात्कार और उद्योग स्रोतों से हासिल जानकारी पर तैयार किया गया है।
अध्ययन के अनुसार- भारत वैश्विक लाइफस्टाइल ब्रांड के लिए एक प्रमुख गंतव्य है। शीर्ष 50 वैश्विक ब्रांड में से 90 प्रतिशत भारत में सक्रिय हैं और उनमें से आधे का भारत में राजस्व पहले से ही तीन करोड़ डॉलर से अधिक है। भारत में बड़े पैमाने पर वैश्विक फैशन ब्रांड ने मजबूत वृद्धि का प्रदर्शन किया है, जिसमें 2018-23 के दौरान सालाना आधार 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
बेन एंड कंपनी में साझेदार श्याम उन्नीकृष्णन ने कहा- भारत का ई-लाइफस्टाइल बाजार पिछले कुछ वर्षों में काफी विकसित हुआ है, जिसमें खरीदारों का एक अलग आधार है। तीन में से दो ऑनलाइन खरीदार शीर्ष 50 शहरों से बाहर के हैं, दो में से एक गैर-समृद्ध क्षेत्रों से हैं और तीन में से एक ‘जेन-जी’ (997 से 2012 के बीच जन्मे) हैं। अब भी बहुत अधिक पैठ की गुंजाइश है। लाइफस्टाइल पर खर्च किए जाने वाले पांच डॉलर में से एक डॉलर ऑनलाइन खर्च किया जाएगा।’’
अध्ययन के अनुसार, भारत के 130 अरब डॉलर के लाइफस्टाइल बाजार में फैशन का हिस्सा करीब 80 प्रतिशत और शेष सौंदर्य एवं व्यक्तिगत देखभाल (बीपीसी) का है….उसके अगले पांच वर्षों में 10-12 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़कर 210 अरब डॉलर होने की उम्मीद है।